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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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भारत-मालदीव तनाव के बीच चीन बोला, 'नई दिल्ली को अस्वीकार करने के लिए नहीं कहा'

भारत-मालदीव तनाव के बीच चीन बोला, 'नई दिल्ली को अस्वीकार करने के लिए नहीं कहा'
Manish Gaur
January 8, 2024

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर मालदीव के तीन निलंबित मंत्रियों और कुछ नेताओं की ओर अपमानजनक टिप्पणियां किए जाने से जन्मे विवाद के बीच द्वीपीय देश के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू सोमवार (8 जनवरी) से चीन की पांच दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं.

विवाद के जोर पकड़ने और भारत की ओर से कड़ी आपत्ति जताए जाने के बाद रविवार (7 जनवरी) को मालदीव ने पीएम मोदी पर अनर्गल टिप्पणियां करने वाले तीन मंत्रियों को निलंबित कर दिया था.

इस बीच चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने एक संपादकीय में भारत के साथ मालदीव के संबंधों और चीन के रुख का जिक्र किया है. 'भारत को चीन-मालदीव सहयोग के प्रति ज्यादा खुले विचारों वाला रहना चाहिए' शीर्षक से लिखे गए संपादकीय में यह भी कहा गया है कि चीन ने मालदीव से भारत को अस्वीकार करने के लिए कभी नहीं कहा है और त्रिपक्षीय सहयोग का इच्छुक है.

 

भारत-मालदीव और चीन को लेकर क्या कुछ कहा गया है संपादकीय में?

संपादकीय में कहा गया है, ''चीन ने हमेशा मालदीव को एक समान साझेदार माना है और उसकी संप्रभुता का सम्मान किया है. यह मालदीव और भारत के बीच मैत्रीपूर्ण और सहयोगात्मक संबंधों का भी सम्मान करता है, माले के लिए नई दिल्ली के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के महत्व से पूरी तरह वाकिफ है.''

इसमें लिखा गया है, ''बीजिंग ने कभी भी चीन और भारत के बीच विवादों के कारण माले से नई दिल्ली को अस्वीकार करने के लिए नहीं कहा है, न ही वह मालदीव और भारत के बीच सहयोग को अनफ्रेंडली या खतरे के रूप में देखता है. यह चीन, भारत और मालदीव के बीच त्रिपक्षीय सहयोग करने का भी इच्छुक है.''

चीन ने भारत को दी खुले विचारों वाला रहने की सलाह

संपादकीय में आखिर में भारत को खुले विचार वाला होने की सलाह दी गई है. इसमें लिखा गया है, ''नई दिल्ली को ज्यादा खुले विचारों वाला रहना चाहिए क्योंकि दक्षिण एशियाई देशों के साथ चीन का सहयोग 'शून्य-राशि का खेल' नहीं है.''

बता दें कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू चीन के समर्थक माने जाते हैं. मालदीव की पिछली सरकार के दौरान भारत के साथ उसके संबंधों में काफी प्रगति हुई थी लेकिन मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के बीच संबंध तनावपूर्ण माने जा रहे हैं.

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