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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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चुनाव आयोग ने शाह के ‘2002 में सिखाया सबक’ बयान को नहीं माना गलत

The Fact India: गुजरात के विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच काफी बयानबाजी हुई। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह के बयान की काफी चर्चा हुई। अमित शाह ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि 2002 में उपद्रवियों को सबक सिखाने के बाद इन लोगों ने वो रास्ता (हिंसा) छोड़ दी। शाह के इस बयान को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की गई थी। लेकिन चुनाव आयोग ने शाह के ‘ 2002 में एक सबक सिखाया’ वाली टिप्पणी को गलत नहीं माना है। चुनाव आयोग ने माना है कि इस टिप्पणी के कारण आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की रिपोर्ट को देखने और कानूनी राय लेने के बाद आयोग ने निष्कर्ष निकाला कि ‘उपद्रवियों’ के खिलाफ कार्रवाई करने का जिक्र करना चुनाव संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन नहीं था।

एक पूर्व नौकरशाह ने की थी शिकायत

पिछले महीने खेड़ा जिले के महुधा शहर में एक चुनावी रैली में गृहमंत्री अमित शाह की तरफ से दिए गए बयान को लेकर एक पूर्व नौकरशाह ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। रैली में शाह ने कहा था कि गुजरात में कांग्रेस के शासन के दौरान सांप्रदायिक दंगे बड़े पैमाने पर होते थे। कांग्रेस विभिन्न समुदायों और जातियों के लोगों को एक-दूसरे के खिलाफ लड़ने के लिए उकसाती थी। ऐसे दंगों के जरिए कांग्रेस ने अपने वोट बैंक को मजबूत किया और समाज के एक बड़े वर्ग के साथ अन्याय किया। केंद्रीय मंत्री अमित शाह में रैली के दौरान ये भी कहा था कि 2002 में उन्हें सबक सिखाने के बाद इन तत्वों ने वो रास्ता (हिंसा) छोड़ दी। उन्होंने 2002 से 2022 तक हिंसा में शामिल होने से परहेज किया। बता दें कि साल 2002 के फरवरी महीने में गोधरा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की एक बोगी में आग लगने की घटना के बाद गुजरात के कुछ हिस्सों में बड़े पैमाने पर हिंसा शुरू हो गई थी।

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