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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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बढ़ती नशे की लत पर लगेगी लगाम, ड्रग्स तस्करी रोकने के लिए पुलिस और एनसीबी की पहल

बढ़ती नशे की लत पर लगेगी लगाम, ड्रग्स तस्करी रोकने के लिए पुलिस और एनसीबी की पहल
Neha Joshi
May 4, 2024

राजस्थान में सीमा पार से लगातार बढ़ते जा रहे ड्रग्स तस्करी के मामलों के नेटवर्क को टारगेट करने के लिए अब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और राजस्थान पुलिस जयपुर में ज्वाइंट इंटरोगेशन सेंटर्स बनाएगी। यह फैसला शुक्रवार को सचिवालय में हुई एंटी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स की बैठक में लिया गया।पंजाब के बाद अब राजस्थान ड्रग तस्करों के लिए बड़ा ठिकाना बनता जा रहा है। बीते तीन महीनों में ही राजस्थान में करीब 180 करोड़ रुपए से ज्यादा ड्रग्स की खेप पकड़ी जा चुकी है। इसी के चलते अब गृह मंत्रालय ने ड्रग्स की तस्करी और इसके नेटवर्क को क्रेक करने के लिए प्रदेश में कई स्तरों पर काम करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में सबसे पहले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और राजस्थान पुलिस जयपुर में ज्वाइंट इंटरोगेशन सेंटर्स बनाए जाएंगे।

 इसके अलावा फार्मा ड्रग कंपनियों से दवा विक्रेताओं तक आने वाली ऐसी दवाएं जो बिना डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन के नहीं दी जा सकती उन्हें ट्रेक करने के लिए एक सॉफ्टवेयर बनाया जाएगा। देखने में आया है कि एच श्रेणी की इन दवाओं का नशे के लिए भी इस्तेमाल होता है, इसलिए इनकी बिक्री को पूरी तरह से निगरानी में लिया जाएगा।इतना ही नहीं नशे के खिलाफ जागरूकता को लेकर स्कूल, कॉलेजों में भी अभियान चलाया जाएगा और छात्रों को ई- प्रतिज्ञा दिलवाई जाएगी। स्कूल-कॉलेज और शिक्षण संस्थाओं के आसपास औचक निरीक्षण भी किए जाएंगे। नशे की लत के आधार पर राजस्थान को चार जोन में बांटा जाएगा। कुछ जिले ऐसे हैं, जहां नशे का कारोबार बहुत ज्यादा और तेजी से फैल रहा है, इनमें पंजाब और पाकिस्तान की सीमा से सटा गंगानगर जिला शामिल है।
बढ़ती नशे की लत पर लगेगी लगाम, ड्रग्स तस्करी रोकने के लिए पुलिस और एनसीबी की पहल

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