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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन मंत्री पद से दिए इस्तीफे, मुख्‍यमंत्री केजरीवाल ने मंजूर किए

The Fact India: सीबीआई रिमांड पर चल रहे दिल्‍ली के उप मुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया और नौ महीने से तिहाड़ जेल में बंद स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री सत्‍येंद्र जैन ने मंगलवार को अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दोनों का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है। सिसोदिया और जैन भ्रष्‍टाचार के मामले में गिरफ्तार किए गए हैं। सिसोदिया को जहां शराब नीति केस में सीबीआई ने 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था। वहीं सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग केस में पिछले साल 30 मई से तिहाड़ जेल में बंद हैं।

केजरीवाल सरकार में सिसोदिया सबसे ताकतवर मंत्री थे। उनके पास कुल 33 में से 18 विभाग थे। जैन के पास स्वास्थ्य, उद्योग समेत सात मंत्रालयों की जिम्मेदारी थी। बाद में इन्हें सिसोदिया को सौंप दिया गया था। केजरीवाल सरकार के दोनों मंत्रियों के इस्तीफे के 15 मिनट बाद भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि पता चला है कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 9 महीने के बाद जैन का इस्तीफा स्वीकार किया।

सिसोदिया 18 विभाग देखते हैं। जब उन पर आरोप लगे तो सफाई देने के बजाय वो इन विभागों पर बैठे रहे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भेजे इस्तीफे में मनीष सिसोदिया ने लिखा है कि शिक्षा मंत्री के तौर पर मिली जिम्मेदारी शायद मेरे पिछले जन्‍मों का कुछ पुण्य रहा होगा, जिनके फलस्वरूप मुझे इस जन्म में मां सरस्वती की सेवा का ऐसा महान अवसर मिला। बता दें कि दिल्ली की शराब नीति केस में मनीष सिसोदिया चार मार्च तक सीबीआई की रिमांड पर हैं। 26 फरवरी को सिसोदिया से सीबीआई ने आठ घंटे पूछताछ की थी। इसके बाद उचित जवाब नहीं मिलने पर जांच एजेंसी ने सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था।

27 फरवरी को उन्हें सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट ने उन्हें 4 मार्च तक सीबीआई की रिमांड पर भेज दिया था। सीबीआई ने सिसोदिया पर आरोप लगाया था कि वे सवालों का गोलमोल जवाब दे रहे हैं। 28 फरवरी को सिसोदिया अपनी जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई थी। सुप्रीम कोर्ट के सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ और पीएस नरसिम्‍हा की बेंच ने सिसोदिया को सीधे सुप्रीम कोर्ट आने के लिए कड़ी फटकार लगाई। कोर्ट ने सिसोदिया के वकील से कहा कि आप हाईकोर्ट जाइए, सीधे हमारे यहां आने का क्या मतलब है। हम एक गलत परंपरा को बढ़ावा नहीं दे सकते।

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