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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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10वीं की परीक्षा में शामिल नहीं हो पाईं नेपानगर विधायक, कास्डेकर बोलीं- अगली बार देखेंगे

The Fact India: मध्‍य प्रदेश में एक मार्च से कक्षा 10वीं की परीक्षाएं शुरू हो गईं। पहला पर्चा परीक्षा सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक था। नेपानगर विधायक सुमित्रा कास्डेकर को भी 10वीं की परीक्षा देनी थी। लेकिन मप्र विधानसभा का बजट सत्र चलने के कारण विधायक पेपर देने नहीं पहुंच सकीं। परीक्षा में शामिल नहीं होने पर विधायक ने कहा कि अब अगली बार देखेंगे।

गांव में स्कूल नहीं होने के कारण विधायक सुमित्रा कास्डेकर कक्षा 10वीं नहीं पढ़ पाई थीं। कास्‍डेकर ने देड़तलाई के शासकीय मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल से फॉर्म भरा था। उन्हें परीक्षा केंद्र बुरहानपुर का शासकीय सुभाष उत्कृष्ट हायर सेकेंडरी स्कूल मिला। कुछ दिन पहले प्रवेश पत्र मिला था। इस पर उनके बचपन का नाम बाली सेमलकर लिखा है। इसी नाम से वह स्वाध्यायी छात्रा के रूप में परीक्षा में शामिल होने वाली थीं। हालांकि, प्रवेश पत्र के फोटो पर उनके हस्ताक्षर सुमित्रा कास्डेकर हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी प्रवेश पत्र पर उनके पिता लाबू सेमलकर और मां जानकी बाई का नाम भी है।

सुमित्रा कास्डेकर पढ़ाई छोड़ने के 21 साल बाद परीक्षा देने वाली थीं। विधायक एक सामान्य परीक्षार्थी की तरह ही परीक्षा में शामिल होने वाली थीं। उन्होंने हिंदी, सामाजिक विज्ञान, गणित, संस्कृत, अंग्रेजी और विज्ञान विषय से परीक्षा फॉर्म भरा था। बताया जा रहा है कि बुधवार को उनका बजट सत्र में शामिल होना भी जरूरी था। 15 अगस्त 1983 को सुमित्रा कास्डेकर का जन्म महाराष्ट्र के अमरावती जिले के सेमाडोह में हुआ था।

उन्होंने 8वीं तक शिक्षा प्राप्त की। स्कूल के दस्तावेज में उनका नाम बाली सेमलकर है। गांव में स्कूल नहीं होने के कारण इसके आगे नहीं पढ़ पाईं। 1999 में उनकी शादी देड़तलाई के वेटरनरी डॉक्टर राजेश कास्डेकर से हुई। शादी के बाद उनकी पढ़ने की इच्छा रही, लेकिन जिम्मेदारियों के कारण वे इसे पूरा नहीं कर पाईं। सुमित्रा कास्डेकर ने 2009 में सरपंच का चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं पाईं। इसके बाद 2018 में जनपद सदस्य का चुनाव लड़ा और जीतीं। 2019 में कांग्रेस के टिकट पर नेपानगर विधानसभा चुनाव लड़ा और जीतकर विधायक बनीं। बाद में भाजपा में शामिल हुईं। 2020 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर विधायक बनीं।

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