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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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बंदौली निकालने की वजह से परिवार को किया बहिष्कृत, पंचों ने जारी किया तुगलकी फरमान

बंदौली निकालने की वजह से परिवार को किया बहिष्कृत, पंचों ने जारी किया तुगलकी फरमान
Pooja Parmar
April 20, 2023

देश दुनिया में बेटियों को बेटों के बराबर हक देने की बातें कही जा रही है और बेटियां भी किसी भी मामले में बेटों से पीछे नहीं हैं। लेकिन बाड़मेर में अब भी कुछ रूढ़िवादी और संकीर्ण मानसिकता के लोगों को इस तरह का बदलाव आंखों में फूटे नहीं सुहा रहा है। इसी का ताजा उदाहरण सिवाना क्षेत्र का यह मामला है।

बाड़मेर जिले के सिवाना क्षेत्र के एक गांव में शादी में बहनों को घोड़ी पर चढ़ाकर बंदौली निकालने से नाराज पंचों ने परिवार का हुक्का पानी बंद करते हुए उनपर आर्थिक दंड नहीं भरने के बाद समाज से बहिष्कृत करने से आहत भाई और विधवा मां ने आत्मदाह की चेतावनी दी है।

सिवाना क्षेत्र के मेली निवासी शंकराराम पुत्र थानाराम अपने माँ-बाप का इकलौता बेटा है उसके पिता का देहांत कुछ साल पहले हो गया था। 4 बहनों की शादी पिता ने कर दी थी बाकी दो बहनों की शादी वो धूमधाम करना चाहता था, ताकि बहनों को पिता की कमी महसूस न हो। छह फरवरी 2023 को की थी शादी प्रोग्राम में बहनों की बिंदौली रिवाजों से अलग हटकर घोड़ी पर निकाली थी, क्योंकि उसका मानना था कि लड़का-लड़की बराबर हैं, आज बेटियां भी हर काम में बराबरी का अधिकार रखती हैं। इससे समाज में भी एक अच्छा संदेश जाएगा।लेकिन उसको नहीं पता था कि जो पॉजिटिव मैसेज वह समाज में देना चाह रहा है, वह उसके अपने ही समाज के पंच पटेलों को रास नहीं आएगा।

समाज के पंचों को लड़कियों घोड़ी पर बिठाना और बंदौली निकालकर लड़कियों की शादी करना नागवार गुजरा और शादी के करीब ढाई महीने बाद पंचों ने सिवाना में खाप पंचायत बुलाई। बहनों के भाई को भी बुलाया और परिवार को समाज से बहिष्कृत करने का तुगलकी फरमान सुना दिया। 50 हजार रुपये का आर्थिक दंड भी लगाया। पूरे समाज को पाबंद किया कि कोई इसके परिवार से किसी प्रकार का कोई रिश्ता, आना-जाना और बोलचाल नहीं रखे। समाज से बहिष्कृत होने के बाद पीड़ित परिवार ने खाप पंचायत के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाया । लेकिन खाप पंचायत के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं होने के चलते पीड़ित ने अपनी विधवा मां के साथ आत्मदाह की चेतावनी दी है।

बंदौली निकालने की वजह से परिवार को किया बहिष्कृत, पंचों ने जारी किया तुगलकी फरमान

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