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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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गर्मियों की शुरुआत में ही गहराने लगा प्रदेश में जल संकट

गर्मियों की शुरुआत में ही गहराने लगा प्रदेश में जल संकट
Pooja Parmar
May 2, 2024

राजस्थान में मई का महीने में तेज गर्मी के बीच जल संकट की स्थिति पैदा होने लगी है. मरूधरा में तापमान 40 के पार भी नहीं पहुंचा कि पानी की सप्लाई 5-7 दिन में महज एक बार हो रही है. जल संकट से राजस्थान के 11 शहर त्राहिमाम की स्थिति से जूझ रहे हैं तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि गांवों का क्या हाल हो रहा होगा.

राजस्थान में मई-जून से पहले ही बिन पानी सब सूना सूना हो गया क्योंकि यहां जल संकट से गांव ही नहीं,बल्कि शहरों में त्राहिमाम मच गई है. मरूधरा में तापमान 40 डिग्री के आसपास है, लेकिन 96 घंटे में एक बार पेयजल सप्लाई हो रही है.तेज गर्मी के बीच 11 शहरी कस्बों में जन स्वास्थ्यत अभियांत्रिकी विभाग 4 दिन में सिर्फ एक बार ही पानी की सप्लाई कर रहा है, जिस कारण पेयजल संकट गहराता जा रहा है.

जलदाय विभाग के शहरी चीफ इंजीनियर राकेश लुहाडिया का कहना है कि इन कस्बों में टैंकर के जरिए पानी की सप्लाई की जा रही है. आम लोगों से अपील है कि गर्मियों में पानी सदुपयोग करें ताकि जल संकट की स्थिति से निपट सके.

मरूधरा के ये 11 शहर जहां जल संकट सबसे ज्यादा-

जिला कस्बा पेयजल सप्लाई

बाड़मेर सिवाना, बालोतरा         96 घंटे में 1 बार

जालौर भीनवाल 96 घंटे में 1 बार

सीकर श्री माधोपुर 96 घंटे में 1 बार

नागौर मकराना, बोरवाड 96 घंटे में 1 बार

दौसा       बसवा, बांदीकुई, दौसा      96 घंटे में 1 बार

राजसमंद देवगढ, आमेठ           96 घंटे में 1 बार

जयपुर से 90 किलोमीटर दूर विराटनगर की तस्वीर भी कुछ इसी तरह के पानी के संकट को बंया कर रही है.जहां कुएं है,घरों में पानी के कनेक्शन है,लेकिन पानी नहीं.लोगों को दूर दराज के इलाकों से पानी भरकर लाना पडता है. इसके अलावा हमीरगढ़,  गंगापुर, नीमज, डीडवाना, मेड़ता सिटी, बासनी, खेड़ली, बहादुरपुर, कांमा, सादडी, बाड़मेर, समदड़ी में भी 72 घंटे के भीतर सिर्फ एक बार सप्लाई की जा रही है. इसके अलावा 110 कस्बों में 48 घंटे में पेयजल सप्लाई हो रही. पिछले साल में इन इलाकों में कुछ ऐसी ही स्थिति देखने को मिली थी.

पेयजल सप्लाई 2023 में 2024 में

96 घंटे में 1 बार 10 कस्बे     11 कस्बे

72 घंटे में 1 बार 13 कस्बे 13 कस्बे

48 घंटे में 1 बार 95 कस्बे 110 कस्बे

अभी  जून का महीना बाकी है,ऐसे में राजस्थान में जल संकट को लेकर और स्थिति खराब होने वाली है.इसलिए इस संकट से निपटने के लिए केवल सरकार और प्रशासन ही नहीं बल्कि जनसहभागिता भी बहुत जरूरी है,जल है तो कल है,जल के लिए बिना जीवन संभव नहीं.इसलिए इन बातों गौर करते हुए हमारे कल के लिए पानी बचाना बहुत जरूरी है.

गर्मियों की शुरुआत में ही गहराने लगा प्रदेश में जल संकट

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