Categories
Vote / Poll
BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?
Vote / Poll
डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?
Vote / Poll
कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?
Vote / Poll
फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?
Recent Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
Recommended Posts
Featured Posts
सीएम शिवराज ने हाथ जोड़कर बारिश के लिए प्रार्थना किए, बोले- 50 साल में सूखे का ऐसा संकट नहीं देखा; बांध पूरे नहीं भरे, बिजली की मांग बढ़ी
The Fact India: मध्य प्रदेश में अभी तक 16 फीसदी कम बारिश हुई है। राज्य के पूर्वी हिस्से में औसत से 13 प्रतिात और पश्चिमी हिस्से में 20 फीसदी बारिश कम हुई है। अगस्त महीना सूखा बीत गया। भोपाल में 66 नई दीनदयाल रसोई के शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हाथ जोड़कर बोले कि बारिश के लिए प्रार्थना करें। 50 साल में ऐसा सूखे का संकट नहीं आया।
कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने कहा कि पूरा अगस्त सूखा गया। इस कारण बांध पूरे नहीं भरे। बिजली की मांग बढ़ गई है, क्योंकि फसलें बचानी है तो पानी देना पड़ेगा। ये सोचकर मैं रात भर परेशान रहा।
सीएम ने हाथ जोड़ते हुए लोगों से कहा कि हम अपनी तरफ से चीजें ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन यह स्थिति संकट की है। 50 साल में ऐसा संकट सूखे का नहीं आया। अभी भादौ चल रहा है। मैं भी भगवान से प्रार्थना करूंगा, आप भी प्रार्थना करें कि बारिश एक बार जरूर हो जाए, ताकि हम फसलें बचाई जा सके।
मध्य प्रदेश में 1 जून से 31 अगस्त तक औसत 26.06 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि अब तक 31.16 इंच बारिश होनी चाहिए थी। इस हिसाब से 16 फीसदी कम बारिश हुई है। पूर्वी हिस्से में औसत से 13 फीसदी और पश्चिमी हिस्से में 20 फीसदी बारिश कम हुई है।
भोपाल के मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 24 जून को मानसून की इंट्री हुई। इसके बाद कुछ दिन अच्छा बरसा, लेकिन जुलाई और अगस्त में सामान्य से कम बारिश हुई। यदि सितंबर में 158 मिमी यानी 6 इंच बारिश होने का कोटा पूरा भी हो जाता है तो भी कई जिलों में सामान्य से कम बारिश होगी।
मध्य प्रदेश में मानसून के लिहाज से सितंबर का महीना खास रहता है। जुलाई-अगस्त के बाद बचा कोटा सितंबर की बारिश पूरा कर देती है। पिछले 10 में से 5 साल बारिश ने सितंबर का कोटा पूरा किया है, लेकिन इस बार ऐसी उम्मीद नहीं है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अबकी बार सामान्य की 50 फीसदी बारिश होने का ही अनुमान है। इसकी वजह स्ट्रॉन्ग सिस्टम का एक्टिव नहीं होना है।