Categories
Vote / Poll
BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?
Vote / Poll
डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?
Vote / Poll
कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?
Vote / Poll
फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?
Recent Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
Recommended Posts
Featured Posts
मुख्यमंत्री शिवराज ने की घोषणा, मध्य प्रदेश में स्ट्रीट वेंडरों से तहबाजारी और रोज वसूली होगी बंद; कहा- इनकी जिंदगी आसान होनी चाहिए
The Fact India: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पथ विक्रेता और हाथ ठेला चालकों की पंचायत सीएम हाउस में हुई। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए। इस मौके पर सीएम शिवराज ने घोषणा की कि प्रदेश में हाट-बाजारों में अब पथ विक्रेताओं, हाथ ठेला चालकों से तहबाजारी का शुल्क नहीं लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आपकी जिंदगी बहुत कठिन है। कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मैं आप लोगों की परेशानियां पता कर रहा था कि हमारे सामने कौन-कौन सी परेशानी आती है।
पंचायत में शिवराज ने कहा कि भोपाल समेत अलग-अलग जगहों से जो पथ विक्रेता भाई बहन आज जुड़े हैं। उनकी एक परेशानी आपके बीच से ही निकली। मुझे बताई गई कि ठेला लगाने अथवा किसी जगह पर बैठकर सामान बेचने के एवज में उन्हें रोज पैसा देना पड़ता है। कुछ जगह ठेकेदार पैसे वसूलते हैं। कई जगह रंगदार भी आ जाते हैं। उन्होने कहा कि पथ विक्रेताओं और ठेला चालकों की ऐसी कई तरह की परेशानियां हैं जिनसे उनको गुजरना पड़ता है। वे छोटी मोटी पूंजी की व्यवस्था करके अलग-अलग तरह का सामान बेचकर लोगों तक आसानी से पहुंचाते हैं। उनकी जिंदगी आसान होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कहीं भी किसी भी नगर में वसूली नहीं होगी। वह वसूली तत्काल बंद की जाएगी। यह निर्देश निकाल दो। सड़क पर चलने का पैसा ले रहे हैं। यह न्याय नहीं है। कुछ जगह नगरीय निकाय ठेकेदारों को ठेका दे देते हैं। वो ठेकेदार सौ-सौ रुपए वसूलता है। सीएम ने मंत्री भूपेंद्र सिंह से कहा अगर परिवर्तन करना पड़े कीजिए। यह तहबाजारी रोज वसूली पूरी तरह से बंद कर दी जाए।
सीएम शिवराज ने कहा कि हम एक बार रजिस्ट्रेशन करेंगे। जिन पथ विक्रेताओं, हाथ ठेला चालकों को काम करना है। वह नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत में रजिस्ट्रेशन करवा लेंगे कि हम स्ट्रीट वेंडर हैं। उस रजिस्ट्रेशन का नाम मात्र का शुल्क होगा। सीएम ने कहा इनसे क्या कमाना? नगरीय निकायों को कमाने के लिए तो दुनिया पड़ी है। उनकी पहचान के लिए एक बार रजिस्ट्रेशन हो जाएंगे कि यह पथ विक्रेता है।