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भोपाल में राष्ट्रपति मुर्मू बोलीं- हमारे देश में राष्ट्र प्रेम और विश्व बंधुत्व के आदर्श का संगम; कांग्रेस ने कहा- बेहतर होता आप मणिपुर पर चिंता जाहिर करतीं
The Fact India: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रविंद्र भवन में 'उत्कर्ष' और 'उन्मेष' उत्सव में गुरुवार को राष्ट्रप्रति द्रौपदी मुर्मू शामिल हुईं। कार्यक्रम का शुभारंभ कर उन्होंने कहा कि बतौर राष्ट्रपति अब तक मेरी सबसे अधिक यात्राएं मध्य प्रदेश में हुई हैं। यह मेरी एमपी में 5वीं यात्रा है। राष्ट्रपति ने कहा कि आज 140 करोड़ देशवासियों का मेरा परिवार है। हमारी परंपरा में 'यत्र विश्वम् भत्येकनीडम्' (जहां सारा विश्व चिड़ियों का एक घोंसला बनके रहे) की भावना प्राचीनकाल से है। राष्ट्र प्रेम और विश्व बंधुत्व के आदर्श का संगम हमारे देश में दिखाई देता रहता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि साहित्य और कला ने मानवता को बचाए रखा है। साहित्य जुड़ता भी है और लोगों को जोड़ता भी है। हमारा सामूहिक प्रयास अपनी संस्कृति, लोकाचार, रीति-रिवाज और प्राकृतिक परिवेश को सुरक्षित रखने का होना चाहिए। हमारे जनजाती समुदाय के भाई-बहन और युवा आधुनिक विकास में भागीदार बनें।
कार्यक्रम में राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा कि दिल, दिमाग और आत्मशक्ति के समन्वय से रचना का सृजन होता है। इसके लिए किसी साधन संसाधन की आवश्यकता नहीं होती है। इस आयोजन के लिए सरकार को बधाई।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मन, बुद्धि और आत्मा का सुख अगर कोई देता है तो साहित्य, संगीत और कला देती है। मध्य प्रदेश प्राचीनकाल से कला और संस्कृति की संगम स्थली रही है। यह साहित्यकारों की कर्मभूमि और कलाकारों की प्रिय भूमि है। खजुराहो, भीम बैठका आदि इसके प्रमाण हैं।
राष्ट्रपति के भोपाल दौरे पर कांग्रेस के विभागों और प्रकोष्ठ की प्रभारी शोभा ओझा ने ट्वीट कर कहा कि आपका मध्य प्रदेश में स्वागत है। लेकिन, बेहतर होता कि आप पहले मणिपुर के हालातों पर अपनी प्रतिक्रिया देतीं, चिंता जाहिर करतीं। प्रधानमंत्री पर यह दबाव डालतीं कि वे तत्काल संसद को संबोधित करें।
उत्कर्ष उत्सव' 3 से 5 अगस्त तक चलेगा। 'उन्मेष उत्सव' 3 से 6 अगस्त तक चलेगा। देशभर के 500 कलाकार इस कार्यक्रम में नृत्य प्रस्तुति देंगे। संस्कृति मंत्रालय के संगीत नाटक एवं साहित्य अकादमी, संस्कृति विभाग मध्य प्रदेश के सहयोग से प्रदेश में पहली बार आयोजन हो रहा है।