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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
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Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
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26%
अन्य
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Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
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फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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ओंकारेश्वर बांध से छोड़ा पानी, घर-दुकानें बहीं; लोगों का आरोप- सीएम शिवराज के आने से जानबूझकर बांध का पानी रोका, उनके जाते ही गेट खोला

ओंकारेश्वर बांध से छोड़ा पानी, घर-दुकानें बहीं; लोगों का आरोप- सीएम शिवराज के आने से जानबूझकर बांध का पानी रोका, उनके जाते ही गेट खोला
Santosh Pandey
September 18, 2023

The Fact India: मध्य प्रदेश के खंडवा में ओंकारेश्वर बांध के गेट खोलने के बाद नर्मदा नदी में बाढ़ आ गई। बाढ़ के पानी से ओंकारेश्वर में नर्मदा घाट से करीब 50 मीटर दूर तक का इलाका डूब गया। 150 से ज्यादा दुकानें, करीब 100 मकान और 50 धर्मशाला, होटल और रेस्ट हाउस में नुकसान की जानकारी मिली है। 127 लोगों को रेस्क्यू करना पड़ा। लोगों का आरोप है कि बिना किसी सूचना के बांध का गेट खोल दिया गया।

 

लोगों के आरोपों पर कलेक्टर अनूप सिंह का कहना है कि यह गलत नैरेटिव फैलाया जा रहा है। बांध से पानी रिलीज करने का प्रोटोकॉल होता है। लोगों का आरोप है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओंकारेश्वर में आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का निरीक्षण किया था।

 

सीएम शिवराज के सत्कार के कारण प्रशासन ने जानबूझकर बांध का पानी रोका। आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा तक जाने के लिए नर्मदा नदी पर कोई ओवरब्रिज नहीं है। इस पार से उस पार जाने के लिए नर्मदा नदी पर एक रपटा बना हुआ है।

 

लोगों का कहना है कि बारिश के दौरान ओंकारेश्वर डैम अपनी भराव क्षमता (196 मीटर) के करीब था। प्रशासन ने गेट इसलिए नहीं खुलवाए, क्योंकि पानी में रपटा डूब जाता और सीएम का काफिला नहीं निकल पाता।

 

सीएम शिवराज के जाते ही रात में बांध से पानी छोड़ दिया गया। बगैर किसी सूचना के अचानक छोड़े गए पानी की वजह से कई परिवार बेघर हो गए। दुकानदारों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा। सर्वे में 150 से ज्यादा दुकानें, करीब 100 मकान और 50 धर्मशाला, होटल और रेस्ट हाउस में नुकसान है।

 

मातृ रक्षा संगठन के रंजीत भंवरिया ने कहा कि आदि शंकराचार्य मूर्ति अनावरण कार्यक्रम के चलते ओंकारेश्वर बांध प्रबंधन ने लगातार हो रही बारिश के बावजूद बांध के गेट नहीं खोले। पानी को रोक कर रखा। ऐसा शासन के निर्देश पर किया गया। सीएम का काफिला यहां से रवाना होते ही देर रात 1 बजे से गेट खोलकर पानी छोड़ा गया।

ओंकारेश्वर बांध से छोड़ा पानी, घर-दुकानें बहीं; लोगों का आरोप- सीएम शिवराज के आने से जानबूझकर बांध का पानी रोका, उनके जाते ही गेट खोला

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